अगर तुम मेरे हो मुझे आवाज़ दो
जो दुखों के घेरे हो मुझे आवाज़ दो
मैं सदैव खडा तेरी राहों में
हमसफ़र बनाने को मुझे आवाज़ दो
मैं दूंगा तुम्हें हजारों खुशियाँ
ग़म अपना देने को मुझे आवाज़ दो
हर पल तत्पर सजाने को जीवन तेरा
मेरा हाथ पकड़ने को मुझे आवाज़ दो
सूरत नहीं तेरी ये है मेरा आइना
सच समझाने को मुझे आवाज़ दो
न समझो कभी खुद को निर्बल
बल अपना पाने को मुझे आवाज़ दो
दुनिया के झमेलों से जो घबराओ कभी
तुम को सहलाने को मुझे आवाज़ दो
कभी दिल बहलाने को मुझे आवाज़ दो
सच्चे प्रेम को पाने को मुझे आवाज़ दो
bahut khub manjeet.... nice....
ReplyDeletebahut achha likha hain aapne
ReplyDeletejyotishkishore.blogspot.com