तेरे ख्यालों में मघन
मुस्कुरा रही हूँ मैं
तेरी पवन के साज़ पे
तेरे गीत गा रही हूँ मैं
तुने जो मुझको छू लिया
मैं खिल के फूल हो गयी
तेरे बदन की खुशबू है
जिसको फैला रही हूँ मैं
दुःख में भी सुख में भी
तू मेरे साथ साथ है
हर रंग तेरा हर रूप तेरा
बस देखे जा रही हूँ मैं
कभी हवा का झोंका सा
कभी तू तपती धुप है
ऊँची नीची डगर है तू
देख डगमगा रही हूँ मैं
एक बार मैं भी चल सकूं
जो तेरा हाथ थाम के
उस एक पल की आस में
दिन गिनती जा रही हूँ मैं
दिन गिनती जा रही हूँ मैं
hmmmmmm
ReplyDeletekya bat hai ,...uske sath ki kalpan amatra hi khushi d ejaye to uska sath jeevan ko na jane kya rang deke jaye hai na..bhaut sunder pyar ki abhivaykti
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